कितने पोस्ट पर adsense approvel मिल सकता है ? और कैसे

यदि आप नए ब्लॉगर है तो ये सवाल आपके मस्तिष्क मे हमेशा उलझन पैदा करता रहेगा जब तक Google Adsense का approvel नहीं मिल जाए लेकिन सोचिये यदि उससे पहले ही इस प्रश्न का जवाब आपको यथोचित उत्तर के साथ मिल जाए तो फिर मस्तिष्क मे उलझन की कोई समस्या ही नहीं होंगी फिर आप निश्चित रूप से ब्लॉग को एडसेंस लायक़ बनाने मे लग जायेंगे

जी हां आज के इस पोस्ट मे मै बता रहा हूँ लगभग कितने पोस्ट के बाद एडसेंस का approvel मिल सकता है / जाता है ये प्रश्न लगभग सभी नए Bloggers का है जिन्होंने हाल ही मे अपना ब्लॉग बनाया है और एडसेंस के लिए अप्लाई किया लेकिन अप्रूवल नहीं मिला और उनका ब्लॉग रिजेक्ट कर दिया गया |

इससे नए ब्लॉगर के मस्तिष्क मे उलझन पैदा हो गया है की कितने पोस्ट पर एडसेंस का approvel मिल सकता है क्या 10- 15 पोस्ट पर एडसेंस approvel मिल सकता है या फिर नहीं ऐसे बहुत से ब्लॉगर के मस्तिष्क मे ये सवाल है सोचा एक – करके बताने से अच्छा है एक ही जगह बता दूँ ताकि सभी लोगो को इससे फायदा हो और एडसेंस और पोस्ट की संख्या के बीच का जो गठबंधन है वो उन्हें मालूम हो जाए

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जिससे फिर वे पोस्ट की संख्या के अनुसार एडसेंस अप्रूवल का सवाल किसी और से ना पूछे बल्कि वे खुद इस सवाल का जवाब दूसरे लोगो को दे |

कितने पोस्ट पर एडसेंस approvel मिल सकता है

ये फिक्स नहीं है एडसेंस का approvel 10 पोस्ट पर भी मिल सकता है और कई बार 50 पोस्ट पर भी अप्रूवल नहीं मिल पाता है इसके कई सारे रीज़न होते है

1.Site design

नए ब्लॉगर की गलती की शुरुआत यही से होती है वे जल्दी पैसे कमाने के चक्कर मे ब्लॉग बना लेते है और उसका डिज़ाइन करना भूल जाते है वे कोई भी थीम जो थोड़ा अट्रैक्टिव लगता है उसे अपलोड करके छोड़ देते है जो की बहुत बड़ी गलती है

ये मेरा खुद का एक्सपीरियंस है की कई बार एडसेंस ही नहीं इसके alternative source भी साइट के डिज़ाइन नहीं होने के कारण उन्होंने मेरे साइट को रिजेक्ट किया है इसलिए मै नए ब्लॉगर को सुझाव दूंगा की आप जब ब्लॉगिंग फील्ड मे आ ही गए है तो Patience से काम करें जल्दबाजी ना करें

कोई भी थीम को इस्तेमाल करने से पहले उसमे एक्स्ट्रा widget को रिमूव करें जरुरी के widget को ऐड करें मतलब की आप थीम को मॉडिफाई करें उसे मोबाइल फ्रेंडली बनाए

जब तक आप साइट को पूरी तरह Customise नहीं कर लेते है तब तक आप एडसेंस के लिए अप्लाई नहीं करें नहीं तो इससे आपको सिर्फ – और सिर्फ डिसअप्रूवल ही मिलेगा जो की आपको सिर्फ – और – सिर्फ डिमोटीवेट ही करेगा मतलब की आपके भीतर blogging को लेकर नकारात्मक विचार उत्पन्न करेगा जो ब्लॉगिंग के कर्रिएर के लिए ऐसा नहीं है

तो याद रखे की ब्लॉग बनाने के बाद सबसे पहला काम साइट डिज़ाइन करना ही होना चाहिए

2. Navigation Setup kare

ये एक तरह से थीम सेटअप के अंतर्गत आता है लेकिन मैंने इसे अलग से बताया है क्योंकि ये एडसेंस के लिए अत्यंत आवश्यक है Navigation setup का मतलब है मेनू मे केटेगरी ऐड करना जिससे यूजर और एडसेंस दोनों को मालूम हो सके की आपके ब्लॉग पर किस – किस केटेगरी से रिलेटेड जानकारी प्रोवाइड किया जाता है

इसलिए ये अत्यंत जरुरी है की आप साइट डिज़ाइन करते समय ही Navigation setup कर ले

3. Page Navigation setup kare

मैंने एडसेंस की तरफ से कई ऐसे mail भी प्राप्त किये जिसमे मेरे ब्लॉग पर पेज होते हुए भी पेज issue बता कर एडसेंस ने मेरे ब्लॉग को रिजेक्ट कर दिया कारण था Pages Footer Section मे ऐड था header मे नहीं

फिर मैंने पेज को Header section मे ऐड किया उसके बाद पेज Issue बंद हो गया और फिर एडसेंस का approvel मिला हालांकि ये प्रॉब्लम शायद ही किसी को आता है लेकिन फिर भी ये ध्यान देने लायक है यदि आपका साइट एडसेंस के लिए रेडी है लेकिन फिर भी रिजेक्ट हो रहा है तो इसे Try करें

4. Copy peste karna band kare

नए ब्लॉगर जल्दी पैसे कमाने के चक्कर मे पोस्ट आधा लिखते है और बाकि के किसी ब्लॉग से कॉपी करके peste कर देते है और पोस्ट पब्लिश कर देते है उन्हें नहीं मालूम की गूगल ऐसे ही गुरु नहीं है आपने क्या कहाँ से कॉपी किया तुरंत वो इस बात का पता लगा लेते है और फिर आपके ब्लॉग को एडसेंस की तरफ से रिजेक्ट कर दिया जाता है

कॉपी पेस्ट के जरिये आप कुछ समय के लिए approvel ले भी ले लेकिन वो ज्यादा दिन तक नहीं टिकते कॉपी पेस्ट करके कभी भी ब्लॉगिंग मे सफलता नहीं पाया जा सकता है तो बेहतर होगा की आप खुद से लिखें यदि लेखन की जानकारी नहीं है तो पहले उसे प्राप्त करें फिर लेखन शुरु करें ब्लॉगिंग पूरी तरह लेखन के ऊपर ही निर्भर है

आपकी लेखन शैली कैसी है इस पर निर्भर है

ब्लॉगिंग मे कॉपी पेस्ट की से आप कितना भी कुछ कर लो सफलता नहीं प्राप्त कर सकेंगे तो बेहतर है की आप खुद से पोस्ट लिखें |

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5. Old Post Repeat Nhi kare

नए ब्लॉगर मे ये बात कॉमन है जब वो ब्लॉग बनाते है तो उनका पोस्ट कुछ इस तरह का होता है ” ब्लॉग कैसे बनाए ” ब्लॉग से पैसा कैसे कमाए, पेज कैसे बनाए ” वो इस बात पर तनिक भी ध्यान नहीं देते की उनसे बड़े – बड़े ब्लॉग आज से 5 साल पहले ही इस तरह के पोस्ट लिख चुके है जो रैंकिंग मे है और ऐसे एक नहीं हज़ारो पोस्ट उपलब्ध है फिर आपको क्यों लगता है की आप ऐसे पोस्ट लिख कर एडसेंस का approvel ले लेंगे

एडसेंस का कहना है की Blogging, Make Money जैसे टॉपिक पर अब सिर्फ 5% ब्लॉग को ही एप्रूव्ड किया जाता है जो क्वालिटी और क्वांटिटी कंटेंट लिखते है

यदि आप भी इन टॉपिक पर ब्लॉग शुरु कर चुके है तो Old post को छोड़ कर कुछ Unique लिखा कीजिये जिससे यूजर को लगे की हां ये नया कंटेंट है फिर एडसेंस को भी लगेगा की वास्तव मे ये कुछ डिफरेंट है तब बेशक आपको एडसेंस का approvel मिल जाएगा

Old post को घसीटना बंद करें नए आइडियाज को बोरी से निकालिये और उन्हें यूजर के बीच लाइए फिर एडसेंस तो आसानी से approvel देगा |

6. Short – Post

नए ब्लॉगर को लगता है की ब्लॉग पर ज्यादा पोस्ट होने से उन्हें एडसेंस जल्दी approvel दे देगा ऐसे मे वो रोजाना 3- 4 पोस्ट 200 -300 शब्द का डालने लगते है जो की नए ब्लॉग के लिए किसी भी तरह से सही नहीं है

नए ब्लॉग के लिए Weekly ही पोस्ट कीजिये लेकिन 5 -10 के बराबर का एक पोस्ट लिखिए

शार्ट पोस्ट होने से विजिटर आपके ब्लॉग पर जाते तो है एक बार नीचे से ऊपर नजर घुमाया और फिर ब्लॉग जल्दी छोर देते है इससे आपके ब्लॉग का स्पैम स्कोर बढ़ता है जो की किसी भी ब्लॉग के किये अच्छा नहीं है
फिर आपका तो ब्लॉग नया है

इसके अलावा यदि शार्ट – पोस्ट के कारण एडसेंस की तरफ से No Content का issue भी आ जाता है और अभी के नए ब्लॉगर के साथ ये समस्या कॉमन है इसका कारण है Short Content तो बेहतर यही है की आप कम – से – कम एक पोस्ट 2000 शब्द का तो जरूर लिखें

लेकिन हां एक बात याद रखे जो पोस्ट Long होने वाला हो उसे ही long लिखें ऐसा बिलकुल नहीं करें की कोई भी पोस्ट हो बस लम्बा करने के लिए कुछ भी लिख कर पब्लिश कर दो उससे ब्लॉग के प्रति यूजर का व्यवहार सकारात्मक तो नहीं हो सकता, |

7. Keyword Research

ऊपर बताये गए कारण Old post, Short post का सबसे बड़ा कारण है कीवर्ड रिसर्च नहीं करना, नए ब्लॉगर को इसकी जानकारी बहुत कम होती है या फिर होती है तो वो इसलिए keyword research नहीं कर पाते क्योंकि लगभग Keyword Research tool बहुत महँगा है जो नए ब्लॉगर के लिए अडॉप्ट कर पाना मुश्किल है

लेकिन फिर भी अपना गूगल newbie के लिए हमेशा ही मेहरबान है जैसे की उसने नए ब्लॉगर के लिए ब्लॉगर प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है वही Keyword Research के लिए Google keyword planner उपलब्ध कराया है

हालांकि जितने भी कीवर्ड रिसर्च टूल है उनमे से कोई भी 100% करेक्ट जानकारी तो नहीं देता लेकिन फिर भी काफ़ी हद तक उनकी बताई गई जानकारी सही होती है google keyword planner मे भी ऐसा ही कुछ है

यदि आप पोस्ट लिखना चाहते है तो उससे पहले कीवर्ड रिसर्च कर ले कीवर्ड सेलेक्ट कर ले फिर पोस्ट लिखना शुरु करें इससे पोस्ट कितना लम्बा लिखना है पोस्ट नया होगा या purana यहाँ कुछ हद तक आप जान सकते है फिर आप एडसेंस का approvel के लिए अप्लाई कर सकते है

8. Content Seo

CONTENT SEO ब्लॉग नया हो या पुराना Seo से ही deside होता है की ये कितना रैंक होगा, क्योंकि जब तक आपका पोस्ट रैंक नहीं होता तब तक एडसेंस के approvel के शायद ही Chance है एक पोस्ट को उच्च क्वालिटी का पोस्ट बनाने के लिए कुछ Seo पॉइंट्स को ध्यान मे रखना होगा साथ ही पोस्ट मे इसका सही तरह से इस्तेमाल भी करना होगा तभी आप उच्च क्वालिटी का पोस्ट लिख सकते है जो एडसेंस का अप्रूवल दिलाने मे बहुत ज्यादा सहायक होगा

  1. Keword Research
    2. Long Content
    3. Unique Content
    4. Keyword Placeing
    5. H1 h2 h3 Use
    6. Keyword Using Number
    7. meta Description
    8. internal linking
    9. External linking
    10. Image seo
    11. Tittle Optimization
    12. Url optimization
content-seo-for-adsense-approvel

आदि.. एक पोस्ट को यदि 100% Seo Optimised करना है तो इतने Seo Point को ध्यान मे रखना होगा तभी आप उच्च लेवल का एक पोस्ट लिख सकते है यदि इतने seo पॉइंट लेकर आप 10 -15 पोस्ट लिखते है तो आपको 99% एडसेंस approvel मिलने के Chance है

9. Traffic

अभी तो पुराने ब्लॉग पर ट्रैफिक की समस्या है फिर आपका ब्लॉग तो नया है तो जाहिर सी बात है ट्रैफिक की समस्या होंगी ही लेकिन यदि कुछ टिप्स को यदि फॉलो किये जाए तो ट्रैफिक भी बढ़ाया जा सकता है लेकिन नए ब्लॉगर ट्रैफिक पर ज्यादा ध्यान नहीं देते 40- 50 ट्रैफिक per/day आने लगा एडसेंस के लिए अप्लाई कर देते है

वैसे कुछ ब्लॉगर का कहना है की एडसेंस approvel के लिए ट्रैफिक मायने नहीं रखता पर मै उनसे सहमत नहीं हूँ हालांकि वो सही हो सकते है लेकिन ऐसे सिर्फ 1% ही मामले है जिसमे एडसेंस ट्रैफिक को नहीं देखता और अप्रूवल दे देता है

लेकिन अधिकतर ब्लॉग का ट्रैफिक देखकर एडसेंस approvel देता है और इसे मै साबित भी कर सकता हूँ खैर जब इसकी नौबत आएगी तब देखा जाएगा

पर आपको यदि नए है तो आप ब्लॉग पर पहले Refferal traffic प्राप्त करे उसके बाद आपके ब्लॉग पर धीरे – धीरे आर्गेनिक ट्रैफिक मिलने लगेगा फिर आप एडसेंस के लिए अप्लाई कर सकते है कई मामलों मे ट्रैफिक के कारण एडसेंस रिजेक्ट कर देता है हालांकि एडसेंस अपने किसी भी Mail मे ये नहीं बताता की आपका ब्लॉग ट्रैफिक नहीं होने के कारण रिजेक्ट हुआ है लेकिन ये महत्वपूर्ण है

तो आपको ब्लॉग पर पहले ट्रैफिक बढ़ाना चाहिए यदि कभी कम ट्रैफिक पर approvel ले भी लिया तो कमाई नहीं कर पाएंगे क्योंकि एडसेंस से इनकम क्लिक से होती है और Ads पर क्लिक तभी होंगे जब ट्रैफिक आएगा तो अब आप खुद ये deside करें की पहले ट्रैफिक बढ़ाये या एडसेंस का अप्रूवल के चक्कर मे बार – बार रिजेक्शन का सामना करें

10. Url Submit

ऊपर बताई गई जानकारी तो ब्लॉग से रिलेटेड है लेकिन अब जो बता रहा हूँ वो एडसेंस से रिलेटेड है जब ब्लॉगर खुद का ब्लॉग एडसेंस मे सबमिट करते है उस समय उन्हें ये नहीं पता होता की कैसा लिंक यहाँ सबमिट करें जैसे की Www के साथ या फिर https के साथ या फिर विथाउट https और www के

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मै उस शंका को भी दूर कर देता है आप एडसेंस मे बिना https और www के साइट का लिंक सबमिट करें जैसा की आप नीचे इमेज मे देख सकते है ये एडसेंस डैशबोर्ड से लिया का स्क्र्रीनशॉट है

कई बार गलत तरीके से Url Submit करने के कारण भी एडसेंस का approvel नहीं मिलता है ये मेरे साथ भी हो चूका है इसलिए आपको यहाँ बता दिया ताकि आप ये गलती ना करें यदि करो रहे है तो इसे सुधार सके !

11. Code Placement

कोड प्लेसमेंट से एक बात याद आया, कुछ महीने पहले फेसबुक पर एक नए ब्लॉगर ने पूछा था की भाई एडसेंस अप्लाई किये हुए 1 महीने से ज्यादा हो गया लेकिन एडसेंस की तरफ से कोई mail नहीं आया ?

इसके जवाब मे मैंने कहा की कोड प्लेसमेंट चेक कीजिये तो उन्होंने पूछा कहाँ का फिर मैंने एडसेंस की तरफ से मिलने वाले कोड के बारे मे बताया उन्होंने बोला मैंने ऐसा कोई कोड थीम मे ऐड ही नहीं किया है |

अब यहाँ approvel कैसे मिलेगा ?

ऐसे ही कई ब्लॉगर गलती करते है उनमे से कुछ थीम मे Head सेक्शन मे सही तरह से कोड प्लेसमेंट नहीं कर पाते जिससे उन्हें बार – बार एडसेंस की तरफ से रिजेक्ट का मैसेज मिलता है तो यदि आप भी Coding placement को लेकर कोई गलती कर रहे है तो उसे चेक करें और सुधारिये

12. Self Visiting

Last & Final अधिकतर नए ब्लॉगर अपने ब्लॉग को विजिटर से ज्यादा खुद विजिट करते है अपने ब्लॉग पोस्ट को Open करें पेज को open करते है जिसके कारण उन्हें एडसेंस से approvel लेने मे परेशानी होती है

यदि आप भी अपने ब्लॉग पर खुद बहुत ज्यादा विजिट करते है तो उसे बंद कर दिए यदि open करना बहुत जरुरी है तो Incogntio mode मे Open करके चेक करें फिर उसे बंद कर दे self visting बंद करे

इतना सब जानने के बाद मुझे नहीं लगता की अब आप फिर से पूछना पसंद करेंगे की कितना पोस्ट पर एडसेंस का अप्रूवल मिल जाएगा एडसेंस approvel के लिए महत्वपूर्ण ये नहीं है की पोस्ट की संख्या कितना है एडसेंस approvel के लिए महत्वपूर्ण है की ब्लॉग कैसा है उसपर जो पोस्ट है वो कैसा है

तो दोस्तों, मुझे उम्मीद है की आपको ये जानकारी तो जरुरी मिल गई होंगी की कितना पोस्ट पर एडसेंस का approvel मिलता है यदि ये पोस्ट आपको उपयोगी लगे तो अपना कीमती फीडबैक देना ना भूले साथ ही इस पोस्ट से जुड़े कोई सवाल हो तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछा सकते है यथोचित उत्तर देने का प्रयास करूँगा

यदि आपको लगे की पोस्ट वास्तव मे उपयोगी है तो इसे सोशल साइट्स पर जरुर शेयर करें

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